shiv chalisa lyricsl for Dummies
shiv chalisa lyricsl for Dummies
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धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
Devotees who chant these verses with rigorous appreciate turn out to be prosperous by the grace of Lord Shiva. Even the childless wishing to own young children, have their wants fulfilled immediately after partaking of Shiva-prasad with religion and devotion.
अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा
मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
शंकरं, शंप्रदं, सज्जनानंददं, शैल – कन्या – वरं, परमरम्यं ।
वेद माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूँ लोक फैली उजियारी॥
सबहिं कृपा कर लीन बचाई ॥ shiv chalisa in hindi किया तपहिं भागीरथ भारी ।
पाठ करे सो पावन हारी ॥ पुत्र हीन कर इच्छा जोई ।
मंगल कारण विघ्न विनाशन ॥ योगी यति मुनि ध्यान लगावैं ।
क्षमहु नाथ अब चूक हमारी ॥ शंकर हो संकट के नाशन ।
येहि अवसर मोहि आन उबारो ॥ लै त्रिशूल शत्रुन को मारो ।